रात को सोते सोते
अचानक जाग गयी
दिल बेचैन था
तुम्हें यह बताने को
कि मैं तुमसे
बहुत प्यार करती हूँ
तुम्हें यह बताने को
कि मैं तुमसे
बहुत प्यार करती हूँ
पर बताने की
हिम्मत नहीं पड़ रही थी
तो अपनी सारी बेचैनी
हिम्मत नहीं पड़ रही थी
तो अपनी सारी बेचैनी
एक कविता में उड़ेल दी
अब चोरी छिपे
अब चोरी छिपे
इस कविता को
तुम तक पहुँचा दूँगी!
तुम तक पहुँचा दूँगी!
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